कानपुर —
कभी पत्नी के अफसर बनने की कहानी के पीछे छिपे संघर्षकर्ता के रूप में सामने आए आलोक मौर्य एक बार फिर सुर्खियों में हैं। लेकिन इस बार न कोई आरोप है, न कोई तलाक की बहस। यह कहानी है आत्म-सम्मान, आत्मनिर्भरता और आत्मविश्वास की।
रविवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय विद्यालय परीक्षा केंद्र, कानपुर में हुए UPPSC RO/ARO परीक्षा में आलोक मौर्य को देखा गया। सोशल मीडिया पर परीक्षा केंद्र के बाहर की उनकी एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है—लोग इसे “इज़्ज़त की लड़ाई” कहकर सलाम कर रहे हैं।
आलोक मौर्य फिलहाल पंचायती राज विभाग में एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के रूप में कार्यरत हैं। कभी पत्नी ज्योति मौर्य को अफसर बनाने के लिए सपोर्ट करने वाले आलोक अब खुद सरकारी अफसर बनने की दिशा में प्रयासरत हैं।
- सोशल मीडिया पर एक डायलॉग खूब चल रहा है —
“ठुकरा कर मेरा प्यार, अब मेरा इंतकाम देखोगी…”
यह डायलॉग अब आलोक मौर्य के संघर्ष की आवाज़ बन गया है।
विवाद से उपजा आत्म-संघर्ष
2010 में ज्योति मौर्य और आलोक मौर्य की शादी हुई थी। उस वक्त ज्योति एक छात्रा थीं और आलोक सरकारी कर्मचारी।
- बाद में ज्योति ने PCS परीक्षा पास कर SDM का पद हासिल किया।
- आलोक मौर्य ने सार्वजनिक रूप से आरोप लगाए थे कि उन्होंने पत्नी की पढ़ाई में मदद की लेकिन सफलता के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
- मामला कोर्ट, तलाक, गुजारा भत्ता, और घरेलू हिंसा तक पहुंच गया।
मीडिया से दूरी, लेकिन नज़रिया स्पष्ट
इन दिनों दोनों ही पक्ष मीडिया से दूरी बनाए हुए हैं। न कोई इंटरव्यू, न कोई बयानों की बौछार। लेकिन आलोक मौर्य का हर परीक्षा में बैठना, यह दर्शाता है कि वह सिर्फ कानूनी लड़ाई नहीं, बल्कि स्वाभिमान की लड़ाई भी लड़ रहे हैं।
AlokMaurya #JyotiMaurya #UPPSC #RespectBattle #HindiNews #ViralNews
