उत्तर प्रदेश के बरेली में इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है, जहां नेपाली मूल की युवती सुष्मिता उर्फ काजल को चोर समझकर भीड़ ने बुरी तरह पीटा और उसके साथ अभद्र व्यवहार किया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई और चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
यह शर्मनाक घटना बरेली के किला थाना क्षेत्र के बारादरी मोहल्ले में हुई। युवती अपने एक परिचित के घर आई थी और घर की छत पर फोन पर बात कर रही थी। उसी दौरान कुछ लोगों ने उसे संदिग्ध मान लिया और चोरी की अफवाह फैला दी।
भीड़ इकट्ठा हो गई और बिना किसी पुष्टि के युवती को चोर बताकर बेरहमी से पीटा गया। न केवल बाल पकड़कर उसे घसीटा गया, बल्कि अश्लील भाषा का भी इस्तेमाल किया गया। इस अमानवीय घटना का वीडियो भी बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया गया।
पुलिस की कार्रवाई:
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और पीड़िता की तहरीर के आधार पर किला थाना पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है:
- रेशम सिंह
- विनय गंगवार
- अजय कुमार
- राहुल वर्मा
इन सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है और पुलिस का कहना है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
पीड़िता की ओर से न्याय की मांग:
पीड़िता ने कहा कि वह लगातार सफाई देती रही कि वह चोर नहीं है, लेकिन किसी ने उसकी बात नहीं सुनी। भीड़ की मानसिकता ने उसे सार्वजनिक तौर पर अपमानित किया और उसका मानसिक उत्पीड़न किया।
इस घटना ने न सिर्फ प्रशासन को, बल्कि समाज को भी झकझोर कर रख दिया है। बिना पुष्टि के अफवाहों पर विश्वास करना और कानून को हाथ में लेना बेहद खतरनाक हो सकता है। ऐसी घटनाएं कानून और मानवता दोनों के खिलाफ हैं।