कानपुर (उत्तर प्रदेश) – मसवानपुर में हुई एक हत्या ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया है। पुलिस जांच में जो बातें सामने आई हैं, वह किसी क्राइम थ्रिलर फिल्म से कम नहीं हैं। इसमें प्यार, धोखा, ब्लैकमेल और बेरहमी से की गई हत्या—सब कुछ शामिल है।
एकतरफा प्यार से शुरू हुआ विवाद
रावतपुर के मसवानपुर इलाके का रहने वाला सुमित (काल्पनिक नाम) उसी मोहल्ले में रहने वाली पूजा (काल्पनिक नाम) के साथ एक फैक्ट्री में काम करता था। सुमित का पूजा के प्रति एकतरफा प्रेम था। लेकिन पूजा की जिंदगी में पहले से एक युवक शिवा आ चुका था। दोनों के बीच प्रेम संबंध थे और यह बात सुमित को बिल्कुल पसंद नहीं थी।
वह रात जिसने कहानी बदल दी
एक दिन सुमित ने फैक्ट्री में ही पूजा और शिवा को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया। उसने बिना किसी को बताए उनका गुप्त वीडियो बना लिया। यही वीडियो आगे चलकर इस पूरे मामले की जड़ बन गया।
वीडियो मिलने के बाद सुमित ने पूजा को बार-बार एकांत में बुलाना शुरू किया और धमकी दी कि अगर उसने बात नहीं मानी तो यह वीडियो उसके परिवार और समाज में फैला देगा। पूजा लगातार डर और दबाव में जीने लगी।
ब्लैकमेलिंग और डर का सिलसिला
पूजा ने जब यह बात शिवा को बताई, तो दोनों ने सुमित से छुटकारा पाने का मन बना लिया। पुलिस के मुताबिक, पूजा और शिवा के बीच कई बार इस विषय पर बातचीत हुई। सुमित का दबाव दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा था। वह पूजा को मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान कर रहा था।
1 अगस्त की शाम को पूजा अपनी छोटी बहन के साथ सुमित के घर गई। उस समय सुमित घर पर अकेला था। उसने बहन को बहाना बनाकर घर से बाहर भेज दिया और पूजा के साथ मनमानी की। यही वह पल था जब पूजा ने ठान लिया कि अब सुमित को खत्म करना ही होगा।
39 कॉल्स में बनी हत्या की साजिश
उस रात पूजा ने शिवा को 39 बार फोन किया। इन कॉल्स में सुमित को मारने की पूरी योजना बनाई गई। तय हुआ कि अगले दिन सुमित को तालाब किनारे बुलाया जाएगा, जहाँ उसे मारने का मौका मिलेगा।
खौफनाक अंजाम
रविवार की शाम, पूजा ने सुमित को मोबाइल घर पर छोड़कर तालाब किनारे आने के लिए कहा। वहां दोनों बातचीत कर रहे थे, तभी पीछे से शिवा आया और सुमित के सिर पर जोरदार ईंट मार दी। सुमित गिर पड़ा, लेकिन अभी उसकी सांसें चल रही थीं। तभी शिवा ने उसका गला दबा दिया और पूजा ने उसके पैर पकड़ लिए, ताकि वह बचने की कोशिश न कर सके। कुछ ही पलों में सुमित की मौत हो गई।
पिता भी शामिल
पूजा के पिता छोटेलाल का नाम भी इस साजिश में आया। हत्या से एक दिन पहले उन्होंने सुमित के घर जाकर उसे धमकी दी थी कि अगर उसने पूजा को तंग करना बंद नहीं किया तो अंजाम बुरा होगा। पुलिस जांच में यह बात सामने आई और उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस का खुलासा और गिरफ्तारी
एडीसीपी पश्चिम कपिल देव सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि यह पूरा मामला एकतरफा प्यार, ब्लैकमेलिंग और निजी प्रतिशोध का नतीजा है। सुमित की मां ने उसकी गुमशुदगी और संदिग्ध मौत की शिकायत दर्ज कराई थी। जांच में तकनीकी साक्ष्यों और कॉल डिटेल्स से पूरी साजिश का पर्दाफाश हुआ।
पुलिस ने पूजा, शिवा और छोटेलाल—तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस मामले ने एक बार फिर साबित किया कि ब्लैकमेल और गलत इरादे न केवल रिश्तों को तोड़ते हैं, बल्कि जिंदगी भी छीन सकते हैं।
समाज के लिए सबक
यह घटना सिर्फ कानूनी या पुलिस केस नहीं है, बल्कि एक गहरी सामाजिक चेतावनी भी है। एकतरफा प्यार, ब्लैकमेलिंग और हिंसा का रास्ता चुनना न केवल गलत है, बल्कि इसके अंजाम भयावह होते हैं। रिश्तों में विश्वास, सम्मान और सहमति बेहद जरूरी हैं।
Source:- Amar Ujala Website