जौनपुर, बरईपार: तेजीबाजार थाना क्षेत्र के चोरहा गांव में नौकरी दिलाने के नाम पर एक महिला से 85 हजार रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। पीड़िता की शिकायत पर न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद दो वर्ष बाद पुलिस ने पिता, पत्नी और बेटे के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
क्या है पूरा मामला?
सिकरारा थाना क्षेत्र की रहने वाली पूजा कुमारी, पत्नी आशीष कुमार, ने बताया कि नवंबर 2023 में उसकी मुलाकात रामदवर सरोज से हुई थी, जिसने खुद को अध्यापक बताया। रामदवर ने दावा किया कि वह उसे आंगनबाड़ी में नौकरी दिलवा सकता है, लेकिन इसके लिए 1 लाख रुपये की मांग की गई।
पीड़िता पूजा धीरे-धीरे रामदवर, उसकी पत्नी गीता, और पुत्र गोलू के बैंक खातों में कुल ₹85,000 ट्रांसफर कर चुकी थी।
नौकरी नहीं मिली, ठगी का अहसास हुआ
काफी इंतजार के बाद जब पूजा को नौकरी नहीं मिली, तो उसे शक हुआ। जांच करने पर पता चला कि रामदवर सरोज अध्यापक नहीं है, और यह पूरा मामला धोखाधड़ी का था। खुद को ठगा महसूस करने के बाद पूजा ने न्यायालय में याचिका दायर की।
कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुआ केस
दो गवाहों के परीक्षण के बाद न्यायालय ने तेजीबाजार पुलिस को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। थाना प्रभारी सत्येंद्र भाई पटेल ने बताया कि रामदवर, गीता और गोलू के खिलाफ IPC की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। अब तीनों के खिलाफ ठगी की जांच की जा रही है और जल्द ही कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
- आरोपी: रामदवर सरोज, गीता सरोज, गोलू सरोज
- पीड़िता: पूजा कुमारी
- ठगी की रकम: ₹85,000
- धोखाधड़ी का तरीका: आंगनबाड़ी में नौकरी दिलाने का झांसा
- कानूनी स्थिति: न्यायालय के आदेश पर मुकदमा दर्ज, जांच जारी
यह मामला एक बार फिर यह साबित करता है कि फर्जी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी अभी भी समाज में गहरी जड़ें जमाए हुए है। लोगों को सतर्क रहने की ज़रूरत है और किसी भी वादे या योजना की पूरी जांच-पड़ताल के बिना पैसे का लेन-देन न करें।