प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी 2 अगस्त को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का दौरा करेंगे। इस दौरान वह लगभग ₹2200 करोड़ की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। इन परियोजनाओं से वाराणसी के आधारभूत ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन, शहरी विकास और सांस्कृतिक विरासत को मजबूती मिलेगी।
प्रधानमंत्री सुबह 11 बजे वाराणसी पहुंचकर जनसभा को संबोधित करेंगे।
परियोजनाओं की मुख्य झलकियां:
सड़क और कनेक्टिविटी:
- वाराणसी-भदोही रोड और छितौनी-शूल टंकेश्वर रोड का चौड़ीकरण और मजबूतीकरण।
- हरदत्तपुर में रेलवे ओवरब्रिज का उद्घाटन।
- दालमंडी, लहरतारा-कोटवा, गंगापुर, बाबतपुर सहित कई ग्रामीण और शहरी सड़कों के चौड़ीकरण का शिलान्यास।
- खलीपुर यार्ड और लेवल क्रॉसिंग 22C पर रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण।
बिजली एवं जल आपूर्ति:
- स्मार्ट डिस्ट्रीब्यूशन प्रोजेक्ट के तहत विद्युत अवसंरचना का भूमिगतकरण।
- जल जीवन मिशन के अंतर्गत 47 ग्रामीण पेयजल योजनाओं का उद्घाटन।
पर्यटन और सांस्कृतिक धरोहर:
- 8 नदी तट घाटों का पुनर्विकास।
- कालिका धाम का विकास और रंगीलदास कुटिया पर घाट की सुंदरता बढ़ाने का काम।
- दुर्गाकुंड का जीर्णोद्धार और जल शुद्धिकरण।
- कर्दमेश्वर महादेव मंदिर, कर्कियाव और मुंशी प्रेमचंद के पैतृक घर का पुनर्विकास।
- काशी में 21 पार्कों और शहीद उद्यान का सौंदर्यीकरण।
- कंचनपुर में अर्बन मियावाकी फॉरेस्ट का विकास।
शिक्षा और स्वास्थ्य:
- नगर क्षेत्र में 53 स्कूल भवनों का उन्नयन।
- नए जिला पुस्तकालय और सरकारी उच्च विद्यालयों का जीर्णोद्धार।
- महामना पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर केंद्र में रोबोटिक सर्जरी और सीटी स्कैन सुविधाओं का उद्घाटन।
- एक होम्योपैथिक कॉलेज और पशु जन्म नियंत्रण केंद्र का शिलान्यास।
किसान कल्याण:
- प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) की 20वीं किस्त के तहत ₹20,500 करोड़ की राशि सीधे 9.7 करोड़ किसानों के खातों में ट्रांसफर की जाएगी।
- अब तक इस योजना में ₹3.90 लाख करोड़ से अधिक वितरित हो चुके हैं।
खेल और सुरक्षा:
- डॉ. भीमराव अंबेडकर स्पोर्ट्स स्टेडियम में सिंथेटिक हॉकी टर्फ का उद्घाटन।
- पीएसी रामनगर में बहुउद्देशीय हॉल और क्यूआरटी बैरक का शिलान्यास।
जनकल्याण योजनाएं:
- काशी सांसद प्रतियोगिता के रजिस्ट्रेशन पोर्टल का उद्घाटन।
- 7,400 से ज्यादा दिव्यांगजन और वरिष्ठ नागरिकों को सहायक उपकरणों का वितरण।
प्रधानमंत्री के इस दौरे से काशी के सर्वांगीण विकास को गति मिलने की उम्मीद है।